राजस्थान देश का पहला राज्य बनने जा रहा है, जिसने सहकारी फसली ऋण ऑनलाइन वितरण प्रक्रिया से एक साल के अंदर 8 लाख से अधिक नए किसानों को फसली ऋण प्रणाली से जोड़ा है। वहीं 7 लाख किसानों को लगभग 1800 करोड़ रूपये का सहकारी फसली ऋण दिया गया। जिससे किसानों में हो रहे भेदभाव को पूरी तरह समाप्त किया है।
शीर्ष सहकारी बैंक द्वारा ऑनलाइन फसली ऋण वितरण एवं पंजीयन योजना-2019 की शुरूआत की गयी है। जिसमें बायोमैट्रिक सत्यापन के आधार पर पात्र किसान को फसली ऋण वितरण होने लगा। इससे राज्य में 8 लाख नए किसानों को जोड़कर अब तक 21 लाख से अधिक किसान सहकारी फसली ऋण से जोड़े गए हैं और 8244 करोड़ रूपये से अधिक का फसली ऋण किसानों को मिल चुका है। नई फसली ऋण व्यवस्था में फसली ऋण से जुड़े 13 लाख पुराने किसान भी हैं। जो सहकारी बैंकों के साथ अन्य बैंकों से फसली ऋण प्राप्त कर रहे हैं।
राज्य में फसली ऋण के लिए आज तक 25 लाख से अधिक किसानों ने फसली ऋण के लिये आवेदन किया है। जिनमें से 21.20 लाख किसानों को खरीफ सीजन में 4583 करोड़ रूपये तथा रबी सीजन में 3661 करोड़ रूपये का फसली ऋण वितरित किया गया है।